What is Cyclone Signal | Cyclone Signal Information Everything You Need to Know | साइक्लोन के warnings signal कैसे दिए जाते हैं, |साइक्लोन सिग्नल नंबर का क्या मतलब होता है?

 
Cyclone signal क्या है? बारे में कुछ जानकारी 

नमस्ते दोस्तों, मैं आपका स्वागत करता हूँ आज के  इस नये और रोचक ब्लॉग पोस्ट पर साइक्लोन सिग्नल क्या है इस के बारे में है साइक्लोन एक प्राकृतिक घटना है जो भारी तूफान, अधिक वर्षा और मजबूत हवाओं के साथ आती है।  साइक्लोन संकेत हमें इस घटना के स्तर के बारे में बताते हैं और हमें तैयार रहने के लिए सलाह देते हैं।. साइक्लोन संकेत बहुत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि इनसे हम आगामी आपदाओं से बच सकते हैं और अपने आप को सुरक्षित रख सकते हैं।  इस ब्लॉग पोस्ट में, हम साइक्लोन संकेतों के बारे में रोमांचक जानकारी देंगे जो आपको इन संकेतों के माध्यम से आगामी आपदाओं से बचने में मदद करेंगे।


• Table Of Contents •
• Introduction 
• Indian Meteorological Department
• What is Cyclone Signals
• History of Cyclone Signals
• Types of Signals

• List of Signal Symbol & Image

• Cyclone Signal FAQ'S


• Introduction 

• Cyclone तूफानो के लिए सभी बंदरगाहों पर चेतावनी के संकेत जारी किए जाते हैं। जिसके जरिए समुद्र में ही अलर्ट कर दिया जाता है। भारत में एक व्यापक सिग्नलिंग प्रणाली है।


•  नई दिल्ली मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, सभी बंदरगाहों पर (Cyclone ⚠️ Warning) Cyclone की चेतावनी जारी की गई है।


• एक 'साइक्लोन सिग्‍नल' का अर्थ आमतौर पर आने वाले (Cyclone)चक्रवाती तूफान से संबंधित संकेत होता है। इन चक्रवात संकेतों को ग्यारह श्रेणियों में विभाजित किया गया है जो 1 से 11 तक के संकेत हैं।


• बंदरगाहो पर (⚠️ Warning signal )'चेतावनी संकेत' Cyclone  तूफानो की चेतावनी के लिए कुछ सिग्नस प्रदान किए जाते हैं, ताकि समुद्र में जहाजों को तुरंत सतर्क किया जा सके।


•  इसके लिए कुछ देशों में झंडे फहराए जाते हैं,जबकि भारत में दिन और रात के लिए अलग-अलग प्रतीकों का इस्तेमाल किया जाता है।


•  दिन के सिग्नल में सिलेंडर और कोन होते हैं जबकि रात के सिग्नल में लाल और सफेद लैंप होते हैं।


• History of Cyclone Signals

• 1864 में, मछलीपट्टनम और कोलकाता में Cyclone की एक श्रृंखला के बाद, सरकार ने एक चक्रवात चेतावनी प्रणाली स्थापित करने का निर्णय लिया। इसके बाद कोलकाता पहला बंदरगाह था जहां तूफान चेतावनी प्रणाली स्थापित की गई और संकेत जारी किए गए।

भारत के पास है 'सिग्नल सिस्टम' भारत के पास 1 से 11 तक का व्यापक सिग्नलिंग सिस्टम है, जो जहाजों को सभी बंदरगाहों पर संभावित चक्रवाती तूफान की अग्रिम चेतावनी देता है।

• Indian Meteorological Department                
• भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (Indian Meteorological Department) आमतौर पर दिन में चार बार और चक्रवाती तूफान की स्थिति में हर तीन घंटे में एक बार बंदरगाहों को सूचनाएं भेजता है।


• सिग्नल 1: यह अपतटीय स्थित कम दबाव वाले क्षेत्र पर लागू होता है जहां सतही हवा की गति 60 किमी प्रति घंटा है।
•  इस सिग्नल का मतलब है कि बंदरगाह प्रभावित नहीं होगा, लेकिन हवा की गति में मामूली वृद्धि की चेतावनी है।

• सिग्नल 2: डिप्रेशन 60-90 किमी प्रति घंटे की हवा की गति के साथ अपतटीय बनाता है। यह सिग्नल जहाजों को बंदरगाहों से हटने का निर्देश देता है।

• सिग्नल 3:  ये indicate  करता है कि 40-50 किमी प्रति घंटे की हवा की गति के साथ तूफान के बंदरगाह से टकराने की संभावना है।

• सिग्नल 4: समुद्र में गहरे दबाव के कारण बाद में बंदरगाहो के प्रभावित होने की संभावना है।

• 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलेगी। यह चिन्ह बताता है कि बंदरगाह में जहाजों के लिए खतरा है।

•  बंदरगाह पर खराब मौसम के लिए सिग्नल 3 और 4 का उपयोग किया जाता है।

• सिग्नल 5: पांच सिग्‍नल डीप डिप्रेशन का संकेत देते हुए, यह सिग्‍नल indicate करता है कि 60-80 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी और तूफान तट के बाईं ओर चलेगा।

• सिग्नल 6: 6 भी सिग्‍नल 5 के समान है, लेकिन संकेत करता है कि तूफान बंदरगाह के दायीं ओर तट पर मजबूती से टूटेगा।

• सिग्नल 7: इसका का मतलब है कि Cyclone तूफान बंदरगाह के करीब जाएगा या तट को पूरी तरह से पार कर जाएगा।
•  साइक्लोन सिग्नल  5, 6 और 7 उच्च जोखिम का संकेत देते हैं।

• सिग्नल 8: 8 सिग्‍नल यह एक बहुत ही खतरनाक चेतावनी है, जिसका अर्थ है कि चक्रवात अब बहुत मजबूती से पोर्ट लेफ्ट की ओर बढ़ेगा।

• इस तूफान में हवा की गति 90 से 120 किमी प्रति घंटा होती है।

• सिग्नल 9: सिग्‍नल 8 की तरह यह भी बहुत खतरनाक चेतावनी है, जिसका अर्थ है कि Cyclone बंदरगाह के दाहिनी ओर से बहुत मजबूती से आगे बढ़ेगा।

• सिग्नल 10यह सिग्नल 8 और 9 सिग्नल के बाद अधिक खतरनाक है, जिसका अर्थ है कि बंदरगाह पर या उसके पास एक बहुत गंभीर चक्रवात आएगा।

•  हवा की गति 220 किमी प्रति घंटे या उससे अधिक तक पहुंच सकती है।

• सिग्नल 11
:सिग्‍नल 11 बहुत भयंकर तूफान की चेतावनी देता है।
• जिसमें तमाम Communication systems  भी फेल हो जाती हैं।

• List of Signal Symbol & Image

• Cyclone Signal FAQ'S

CYCLONE SIGNALS FAQ'S 

• ज़रूर! यहां  साइक्लोन सिग्नल बारे में अक्सर पूछे जाने वाले 10 प्रश्न और उत्तर दिए गए हैं:

1.साइक्लोन सिग्‍नल क्या है? 
• साइक्लोन सिग्नल एक चेतावनी प्रणाली है जिसका उपयोग आने वाले Cyclone या tropical तूफान की तीव्रता और खतरे के स्तर को इंगित करने के लिए किया जाता है।
•  यह संभावित खतरे के बारे में प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को सचेत करने में मदद करता है और उन्हें आवश्यक सावधानी बरतने में सक्षम बनाता है।

2. साइक्लोन सिग्‍नल का वर्गीकरण कैसे किया जाता है?
•  साइक्लोन सिग्नल को आमतौर पर जैसे सिग्नल 1, से सिग्नल 11 विभिन्न श्रेणियों या स्तरों में वर्गीकृत किया जाता है, विशिष्ट वर्गीकरण प्रणाली चेतावनी प्रणाली को लागू करने वाले देश या क्षेत्र के आधार पर भिन्न हो सकती है।

3. प्रत्येक साइक्लोन सिग्‍नल स्तर क्या दर्शाता है?
• साइक्लोन सिग्नल स्तरों की सटीक परिभाषाएँ अलग-अलग हो सकती हैं, लेकिन आम तौर पर, एक high intensity Signals एक मजबूत और अधिक गंभीर Cyclone का Signal देता है।
• उदाहरण के लिए, सिग्नल 1 मध्यम तीव्रता वाले Cyclone का Signal दे सकता है, जबकि Signal 3 उच्च intensity  और महत्वपूर्ण क्षति की संभावना वाले साइक्लोन सिग्नल दे सकता है।

4. साइक्लोन सिग्‍नल को जनता तक कैसे पहुँचाया जाता है?
साइक्लोन सिग्नल को आम तौर पर अलग-अलग चैनलों के माध्यम से संचार किया जाता है, जिसमें मौसम बुलेटिन, Radio प्रसारण, TV NEWS और आधिकारिक Government वेबसाइटें शामिल हैं। ये स्रोत चक्रवात के ट्रैक, तीव्रता और अपेक्षित प्रभाव के साथ-साथ संबंधित साइक्लोन सिग्नल स्तर पर अपडेट प्रदान करते हैं।

5. अलग अलग साइक्लोन सिग्‍नल स्तरों के दौरान क्या सावधानियां बरतनी चाहिए? 
• साइक्लोन सिग्नल   के दौरान बरती जाने वाली सावधानियां विशिष्ट सिग्नल स्तर और स्थानीय अधिकारियों द्वारा दिए गए निर्देशों पर निर्भर करती हैं।
•  हालाँकि, सामान्य सावधानियों में ढीली वस्तुओं को सुरक्षित रखना, घर के अंदर रहना,
• Avoiding travel , आवश्यक आपूर्तियों का स्टॉक करना और यदि आवश्यक हो तो निकासी के आदेशों का पालन करना शामिल हो सकता है।

6. आमतौर पर प्रत्येक साइक्लोन सिग्‍नल स्तर कितने समय तक रहता है? 
• Cyclone की गति, ट्रेजेटरी और तीव्रता के आधार पर प्रत्येक साइक्लोन सिग्नल स्तर की अवधि अलग-अलग हो सकती है। जैसे-जैसे Cyclone आगे बढ़ता है सिग्नल का स्तर बढ़ाया या घटाया जा सकता है, और प्रत्येक स्तर की अवधि कुछ घंटों से लेकर कई दिनों तक हो सकती है।

7. क्या चक्रवात के संकेत दुनिया भर में एक जैसे हैं?
•  नहीं, Cyclone के सिग्‍नल एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में भिन्न हो सकते हैं।
• विभिन्न देशों और मौसम संबंधी संगठनों की अपनी चेतावनी प्रणालियाँ और संकेत वर्गीकरण होते हैं जो उनके द्वारा कवर किए जाने वाले विशिष्ट Cyclone क्षेत्रों के अनुरूप होते हैं।

8. आमतौर पर साइक्लोन से कौन से क्षेत्र प्रभावित होते हैं?
  • Cyclone मुख्य रूप से (उष्णकटिबंधीय) tropical  और subtropical (उपोष्णकटिबंधीय)  क्षेत्रों में तटीय क्षेत्रों को प्रभावित करते हैं।
• Cyclone से ग्रस्त विशिष्ट क्षेत्रों में उत्तरी अमेरिका का खाड़ी तट, उत्तर-पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया, पूर्वी भारत, Bangladesh, Philippines  के आसपास पश्चिमी प्रशांत क्षेत्र, Japan, China और पश्चिमी दक्षिण प्रशांत और  हिंद महासागर शामिल हैं।

9. क्या साइक्लोन के बढ़ने के दौरान साइक्लोन के सिग्‍नल बदल सकते हैं?
•  हां, Cyclone बदल सकते हैं क्योंकि Cyclone विकसित होता है और इसका trajectory  अधिक निश्चित हो जाता है। मौसम संबंधी अधिकारी लगातार Cyclone की निगरानी करते हैं और जनता को सबसे सटीक जानकारी प्रदान करने के लिए तदनुसार सिग्नल स्तरों को अपडेट करते हैं।

10. लोग ( साइक्लोन सिग्‍नल)चक्रवात के संकेतों के बारे में कैसे सूचित रह सकते हैं? 
• साइक्लोन सिग्नल के बारे में सूचित रहने के लिए, व्यक्ति नियमित रूप से भारतीय मौसम विज्ञान विभाग, स्थानीय News, Newspaper और आधिकारिक Government वेबसाइटें जैसे विश्वसनीय स्रोतों से मौसम के अपडेट की जांच कर सकते हैं।

• अपनी और समुदाय की सुरक्षा और भलाई के लिए स्थानीय अधिकारियों द्वारा दिए गए निर्देशों और सलाह का पालन करना महत्वपूर्ण है।

• मुझे उम्मीद है कि यह आपको यह जानकारी अच्छी लगी होगी तो जानकारी को आप अपने  दोस्तो के साथ शेयर जरूर करे 

Post a Comment

0 Comments